उसके पश्चात परीवीक्षार्थी नई दिल्ली स्थित विदेश सेवा संस्थान में उन विभिन्न विषयों में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं जिसकी जानकारी एक वृत्तिक राजनयिक को होनी आवश्यक है ।
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वृत्तिक राजनयिक के तौर पर विदेश सेवा अधिकारी से यह अपेक्षा की जाती है कि वह विभिन्न मुद्दों पर देश विदेश दोनों में भारत के हितों को आगे रखेगा ।